राजस्थान के प्रमुख मंदिर
त्रिनेत्र गणेश मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – रणथंभौर दुर्ग (सवाई माधोपुर)
- मूर्ति – केवल मुख की पुजा
- विश्व का एकमात्र त्रिनेत्र गणेश मंदिर है।
- मेला – गणेश चतुर्थी (भाद्र शुक्ल 4)
- हेरम्भ गणपति मंदिर
- स्थान – बीकानेर
- सवारी – सिंह
बाजना गणेश मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – माउण्ट आबु (सिरोही)
- मूर्ति के पास झरना गिरता है।
- आमकद गणेश मंदिर
- स्थान – धाणेराव (पाली)
- मूर्ति – रिद्धी व सिद्धी के साथ
अन्य प्रमुख जैन मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
राजस्थान के देलवाड़ा के मंदिर
राजस्थान के रणकपुर के मंदिर
ऋषभदेव का जैन मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – धूलेव गाँव (उदयपुर)
- नदी – कोयल
- मूर्ति – काले पत्थर से निर्मित ऋषभदेव की
- चढ़ावा – केसर का
- अन्य नाम –
1. काला जी
2. केसरीयानाथ जी
3. धुलेवरा धणी (भील समुदाय के लोग कहते है)
नाकोड़ा पार्श्वनाथ जैन मंदिर –
- स्थान – नाकोड़ा (बाड़मेर)
- नाकोड़ा के अन्य नाम – मेवा नगर , विरमपुरी
- मंदिर के अन्य नाम – जागती जोत , नाकोड़ा भैरव मंदिर , हाथ का हुजूर
श्री महावीर जी का जैन मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – चंदन गाँव (करौली)
Note – थार का घड़ा – चंदन नलकूप (जैसलमेर) - नदी – गंभीरी नदी
- मेला – महावीर जयंती के दिन (चैत्र शुक्ल 3)
- इस दिन मेले में जितेन्द्र रथ यात्रा निकाली जाती है।
भांडाशाह का जैन मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – बीकानेर
- निर्माता – जैन व्यापारी भांडाशाह
- मूर्ति – जैनों के 5 वें तीर्थंकर शुभतिनाथ जी की
- इस मंदिर के नीव में सैकड़ों मण घी डाला गया।
एकलिंग नाथ जी का मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – कैलाशपुरी (उदयपुर)
- निर्माता – बप्पारावल
- पुजारी – हरित ऋषि
- Note – मेवाड़ के वास्तविक शासक एकलिंगनाथ जी को माना जाता है। जबकी राजा स्वयं को दीवान मानते थे।
- Note – इस मंदिर में एक लकुलीस मंदिर है, जो राजस्थान में पशुपात शैव सम्प्रदाय का एकमात्र मंदिर है।
किराडु के सोमेश्वर मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – हाथम गाँव (बाड़मेर)
- अन्य नाम – मूर्तियों का खजाना , राजस्थान का खजुराहों
Note – राजस्थान का छोटा / मिनी खजुराहों – भण्डदेवरा का शिवालय (बारां)
Note – मेवाड़ का खजुराहों – अम्बिका माता का मंदिर (जगत गाँव, उदयपुर)
गुप्तेश्वर महादेव मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – उदयपुर
- अन्य नाम – मेवाड़ का अमरनाथ , गिरवा का अमरनाथ
Note – राजस्थान का अमरनाथ – परशुराम महादेव मंदिर (पाली)
Note – उदयपुर में स्थित तश्तरीनुमा पहाड़ियों को गिरवा कहते है।
हलदेश्वर महादेव मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – पीपलूद गाँव (बाड़मेर)
- पहाड़ियां – छप्पन की पहाड़ियों में स्थित हल्देश्वर पहाड़ी पर
Note – मारवाड़ का मा.आबू व राजस्थान का मिनी मा. आबू पीपलूद गाँव (बाड़मेर) को कहते है।
Note – छप्पन का मैदान – माही नदी के आस-पास बांसवाड़ा व प्रतापगढ़ का क्षेत्र
बैणेश्वर महादेव का मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – नवाटापरा गाँव (डुँगरपुर)
- नदियाँ – सोम-माही-जाखम के संगम पर
- इस मंदिर में खण्डित शिवलिंग की पुजा की जाती है।
- यहाँ प्रतिवर्ष माघ पुर्णिमा को विशाल मेला भरता है। जिसेआदिवासियों का कुम्भ , भीलों का कुम्भ , वागड़ का कुम्भ , बागड़ का पुष्कर भी कहते है।
राजस्थान के प्रसिद्ध कुम्भ – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- मारवाड़ का कुम्भ – रामदेवरा मेला , रूणेचा (जैसलमेर)
- मेरवाड़ा का कुम्भ – पुष्कर मेला (अजमेर)
- वागड़ का कुम्भ – बैणेश्वर मेला (डुँगरपुर)
- हाड़ौती का कुम्भ – सीताबाड़ी का मेला (बाँरा)
- मेवाड़ का कुम्भ – एकलिंगनाथ जी / अम्बिका माता मेला
- आदिवासियों का कुम्भ – बैणेश्वर मेला (डुँगरपुर)
- भीलों का कुम्भ – बैणेश्वर मेला (डुँगरपुर)
- गरासियों का कुम्भ – नक्की झील का मेला (मा.आबु , सिरोही)
अचलेश्वर महादेव मंदिर -राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – माउण्ट आबु ण्
- यहाँ भगवान शिव का अंगुठा प्रतिकात्मक रुप में बना हुआ है।
- इस मंदिर में शिवलिंग की जगह एक गढ्ढे की पुजा की जाती है, जिसे ब्रह्मखण्ड कहते है।
- इस मंदिर पर महमूद बेगड़ा ने आक्रमण किया और मूर्तियों को तुड़वाया था।
- काला – गौरा भैरू मंदिर → सवाई माधोपुर (इसे झुलता हुआ भैरू भी कहते है)
- मामा-भाण्जा मंदिर/फुलदेवरा का शिवालय → अटरू (बाँरा)
Note – मामा-भाण्जा की छतरी → मेहरानगढ़ (जोधपुर) - सोमनाथ मंदिर → पाली
- तापेश्वर महादेव मंदिर → पाली
- शालेश्वर महादेव मंदिर → पाली
- देव सोमनाथ मंदिर → डूँगरपुर
- गेपरनाथ महादेव मंदिर → कोटा
Note गेबसागर झील → डूँगरपुर - चार चौमाखा शिवालय → कोटा
- भीमचोरी का शिवालय → कोटा
- कन्सुआ का शिव मंदिर → कोटा
- एकमात्र विभिषण मंदिर → कैथुन (कोटा)
- सप्त गौमाता का मंदिर → रेवासा गाँव (सीकर)
इसे राजस्थान का प्रथम गौ मंदिर भी कहते है। - घुसमेश्वर महादेव मंदिर → सिवाड़ गाँव (चितौड़गढ़)
- समद्धिश्वेर महादेव मंदिर → चितौड़गढ़
- बाड़ौली/घाटेश्वर महादेव मंदिर →चितौड़गढ़
- नीलकंठ/नाचना गणेश मंदिर → अलवर
- तिलस्वा महादेव मंदिर → भीलवाड़ा (कुष्ठ व चर्म रोग का ईलाज होता है)
- कलेश्वर महादेव मंदिर → ईन्द्रगढ़ (बूँदी) (यह एकमात्र मंदिर है, जिसमें मच्छेन्द्रनाथ की प्रतिमा स्थित है)
ब्रह्मा मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – पुष्कर (अजमेर)
- निर्माण – आदिगुरू शंकराचार्य
- पुन: निर्माण – गोकुलचंद पारीक ने ण्
- मूर्ति – ब्रह्मा की चौमुखी / चतुर्मुखी मूर्ति
- यह विश्व का सबसे प्राचीन ब्रह्मा मंदिर है।
छींछ का ब्रह्मा मंदिरण् – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – बांसवाड़ा
- निर्माता – महारावल जगमाल
आसोतरा का ब्रह्मा मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – बाड़मेर
- निर्माण – खेताराम जी महाराज
सालासर बालाजी मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – आसोटा गाँव (चुरू)
- निर्माण – मोहनदास जी
- विशेषता – यहाँ डाडी – मुंछ युक्त बालाजी की मूर्ति है
Note – झुंझुनु में स्थित रघुनाथ जी के मंदिर में भगवान राम और लक्ष्मण की डाडी-मुंछ की मूर्तियों है।
त्रिपोल बालाजी – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – सुजानगढ़ (चुरू)
- निर्माण – सोहनलाल जानोदिया
महेंदीपुर बालाजी – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – दौसा
- विशेषता – भूत-पिसाच से ग्रसित लोगों का ईलाज करते हैं।
पाण्डुपोल हनुमान मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – सरिस्का (अलवर)
- मूर्ति – इसमें हनुमान जी की शयन मुद्रा में मूर्ति है।
सीता-लक्ष्मण का मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – सीताबाड़ी (बाराँ)
- यह राजस्थान का एकमात्र मंदिर है जिसमें सीता जी और लक्ष्मण की मूर्तियां एक साथ है।
लक्ष्मण मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – भरतपुर
- यह पुरे विश्व का एकमात्र लक्ष्मण जी का मंदिर है।
गोविन्द देव जी का मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – जयपुर
- निर्माण – सवाई जयसिंह
- राजस्थान में गोड़िये सम्प्रदाय की प्रमुख पीठ है।
खाटु-श्याम मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – खाटु-श्याम (सीकर)
- निर्माण – अभ्यसिंह ने
- मेला – फाल्गुन शुक्ल 11 व 12 को
- पुजा – केवल शीश की
Note – जनश्रुति के अनुसार महाबली भीम के पौत्र व घटोतकच के पुत्र बर्बरीक ने भगवान श्री कृष्ण के कहने पर रणचंडी को अपने शीश की बली दे दी। तथा कालांतर में यह श्याम के नाम से प्रसिद्ध हुए।
महामंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – जोधपुर
- निर्माता – मानसिंह राठौड़
- स्मृति में – गुरू आयस देवनाथ
- Note – राजस्थान में नाथ संम्प्रदाय की प्रमुख पीठ
- नाथ संम्प्रदाय की प्रमुख पीठे – 2
1. माननाथी सम्प्रदाय → प्रमुख पीठ → जोधपुर
2. वैरागी सम्प्रदाय → प्रमुख पीठ → राताडुंगा (पुष्कर)
सिरे मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – जालौर
- तपोभूमि – जालन्द्रनाथ की
- निर्माता – मानसिंह राठौड़
Note – मानसिंह राठौड़ ने अपने विपत्ती के दिनों में यहाँ शरण ली थी। अत: यह मानसिंह की राठौड़ की शरणस्थली कहलाती है।
भर्तृहरि का मन्दिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – सरिस्का अभ्यारण्य (अलवर)
- Note – यहाँ भाद्र और वैशाख माह में विशाल मेलों का आयोजन होता है। जिसमें कनफटे जोगियों का सर्वाधिक आगमन होता है। इसलिए इसे कनफटे जोगियों का कुंभ कहते है।
डीगी कल्याण जी का मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – मालपुरा (टोंक)
- Note – मुस्लिम इन्हें कल्हेपीर के नाम से पुजते है।
उषा मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – भरतपुर
Note – इल्तुतमिश ने इस मंदिर को तुड़वाकर मस्जिद का रुप दिया । अत: इसे उषा मस्जिद भी कहते है।
गवरी बाई का मंदिर – राजस्थान के प्रमुख मंदिर
- स्थान – डुँगरपुर
- निर्माण – शिवसिंह
Note – गवरी बाई को वागड़ की मीरा कहते है।
Note – राजस्थान की राधा मीरा बाई कहते है।
बैजनाथ महादेव मंदिर / निम्बों का नाथ –
- स्थान – पाली
Note – पाण्डुवों की माता कुंती यहाँ पुजा करती थी।
कुवारी कन्या का मंदिर
- स्थान – माउण्ट आबु (सिरोही)
- मूर्तियां – 2 पाषाण मूतियां
- यह दोनों मूर्तियां एक प्रमी-प्रमिका के जोड़े की है।
- अन्य नाम – रसिया बालम का मंदिर
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