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Raj Art Culture Rajasthan Study

रणकपुर के जैन मंदिर

रणकपुर के जैन मंदिर राजस्थान राज्य के पाली जिले में अरावली पर्वत की घाटियों के मध्य स्थित रणकपुर में ऋषभदेव का चतुर्मुखी जैन मंदिर है। चारों ओर जंगलों से घिरे इस मंदिर की भव्यता देखते ही बनती है। राजस्थान में अनेकों प्रसिद्ध भव्य...

Art Culture India Study

गोवा के लोक नृत्य

गोवा के लोक नृत्य द डेलो – गोवा के लोक नृत्य द डेलो गोवा का लोक नृत्य है जो मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा पूरा किया जाता है जो नृत्य, नाटक और संगीत को जोड़ती है। पहले फसल को काटा और संग्रहीत किया जाता है, सर्दियों में चांदनी...

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देलवाड़ा के मंदिर

देलवाड़ा के मंदिर दिलवाड़ा मंदिर या देलवाडा मंदिर, पाँच मंदिरों का एक समूह है। ये राजस्थान के सिरोही जिले के माउंट आबू नगर में स्थित हैं। इन मंदिरों का निर्माण 11 वीं और 13 वीं शताब्दी के बीच हुआ था। यह शानदार मंदिर जैन धर्म के...

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केरल के लोक नृत्य

केरल के लोक नृत्य कथकली नृत्य – केरल के लोक नृत्य कथकली नृत्य केरल के दक्षिण-पश्चिमी राज्‍य का एक समृद्ध और फलने-फूलने वाला शास्त्रीय नृत्य तथा यहाँ की परम्‍परा है। ‘कथकली’ का अर्थ है- ‘एक...

Ind History India Study

भारत का इतिहास

भारत का इतिहास भारत का इतिहास कई हजार वर्ष पुराना माना जाता है। 65,000 साल पहले, पहले आधुनिक मनुष्य, या होमो सेपियन्स, अफ्रीका से भारतीय उपमहाद्वीप में पहुँचे थे, जहाँ वे पहले विकसित हुए थे।सबसे पुराना ज्ञात आधुनिक मानव आज से...

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राजस्थान की स्थिति विस्तार

राजस्थान की स्थिति विस्तार राजस्थान की उत्पत्ति सबसे पहले विश्वभर में एक ही स्थल भाग हुआ करता था। जिसे पेन्जिया कहते थे। और समुद्रीय भाग को पैंथालासा कहते थे। पेन्जिया स्थल भाग – 29% और पैंथालासा समुद्रीय भाग – 71%...

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त्रिपुरा के लोक नृत्य

त्रिपुरा के लोक नृत्य बिज़ू नृत्य – त्रिपुरा के लोक नृत्य बिज़ू नृत्य B चकमा ’समुदाय का एक अनूठा नृत्य है। ‘बिज़ू’ का अर्थ है ‘चैत्र संक्रांति’ या बंगाली कैलेंडर वर्ष का अंत।बिज़ू नृत्य के दौरान, इस क्षेत्र के सदस्य उस वर्ष...

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झारखण्ड के लोक नृत्य

झारखण्ड के लोक नृत्य झुमइर – झारखण्ड के लोक नृत्य झुमइर नृत्य अति प्राचीन है। भीमबेटका शैलाश्रय में समूहिक नृत्य की 9000 वर्ष पुरानी चित्र लोक नृत्य झुमइर के समान है और संगीत वाद्ययंत्र मांदर के समान...

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राजस्थान के पंच पीर

राजस्थान के पंच पीर मारवाड़ के पंच पीर (राजस्थान के पंच पीर)पाबु , हड़बु , रामदेव, मांगलिया मेहा।पांचों पीर पधारज्यों , गाेगाजी गेहा।। बाबा रामदेव जी (राजस्थान के पंच पीर) जन्म- उपडुकासमेर, शिव तहसील (बाड़मेर)कब – भाद्र...